सम्मानित मित्रों,
‘भाषा सहोदरी – हिन्दी’ भारत का एक ऐसा संगठन है जो हिन्दी के प्रचार, प्रसार और साहित्यकारों के विकास हेतु कटिबद्ध है |
इसी क्रम में भाषा सहोदरी हिंदी ने दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन की उद्घोषणा की है |
12 जुलाई 2015 को हमारे देश के हिंदी साहित्य प्रेमी, रचनाकारों के लिए काव्यगोष्ठी का आयोजन “तिवारी भवन” दीन दयाल उपाध्याय मार्ग नजदीक आई. टी. ओ. नई दिल्ली में दोपहर ०१:०० बजे से से किया गया है | जिसमे देश के विभिन्न राज्यों से युवा कवि शिरकत कर रहे हैं |
अधिवेशन के दुसरे दिन १३ जुलाई को हिंदी पर बेबाक बहस कांस्टीट्यूशन क्लब रफ़ी मार्ग नई दिल्ली में दोपहर के ०३:०० बजे से होने जा रहा है | जिसमे देश के कई ख्याति प्राप्त बुद्धिजीव, राजनीतिज्ञ, समाजसेवी और साहित्यकार भी शामिल हो रहे हैं | हिंदी पर विशेष कार्यक्रम के साथ तीन पुस्तकों का लोकार्पण होना सुनिश्चित हुआ है |
1.(सहोदरी सोपान-2) इस पुस्तक में देश भर से हमारे साथ जुड़े कवि और कवित्रियों की कलम से निकली इतनी सुन्दर सुन्दर कविताये हैं की आप इन्हें पढ़कर मंत्रमुग्ध हो जायेंगें।
2.( स्वप्न सृजन ) इस पुस्तक में हमारी संस्था की तीन कर्मठ सदस्या श्रीमती प्रिया वाच्छानी जी, श्रीमती एकता शारदा जी, श्रीमती मधुर परिहार जी की दिल को छू लेने वाली कविताये हैं।
3. ( चुभन ) इस पुस्तक में हमारी संस्था के युवा कवि श्री सौरभ सोनकर जी की कलम से निकली कविताये हैं जिन्हें पढ़कर मन आनंदित हो उठता हैं।
मित्रों भाषा सहोदरी हिंदी एक एक कदम अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हैं इस बार का हमारा मुद्दा हैं —( नए रचनाकारों की NCERT में भागीदारी ) । पुस्तक लोकार्पण समारोह में इस बार हिन्दी को लेकर जबरदस्त बहस चलेगी
आप सभी मित्र सादर आमंत्रित हैं और आप सबके सुझावों का स्वागत है। आप सब से अनुरोध है कि कार्यक्रम में उपस्थित रहकर इसे सफल बनाने में हमारा सहयोग करें।